सफलता कैसे प्राप्त करें No Further a Mystery
सफलता कैसे प्राप्त करें No Further a Mystery
Blog Article
जब सुबह हुई तब उल्लू निचे आया और उसने कहा कि हंस भाई मेरे वजह से आप को रात में में तकलीफ हुई उसके लये मुझे क्षमा करें
एक दिन, एक चोर जो पुराने कंजूस की दिनचर्या जानता था, बूढ़े व्यक्ति के अपने घर में वापस जाने का इंतजार करता था। अंधेरा होने के बाद, चोर छिपने की जगह पर गया और सोना ले गया। अगले दिन, कंजूस ने पाया कि उसका खजाना गायब था और जोर से रोने लगा।
आप जो नहीं पा सकते उसकी बुराई ही करते हैं।
हर कार्य को करने से पहले अच्छी तरह सोचना चाहिए।
पंचतंत्र की कहानी: बाघ की खाल में गधा
पंचतंत्र की कहानी: चार दोस्त और शिकारी
“At forty decades previous, and obtaining struggled with weight problems all my lifetime (I used to be at five’six″ and weighed 360 pounds), I misplaced and kept off over one hundred eighty lbs . by making use of hypnosis. I didn’t want to invest my whole lifestyle being unfortunate, frustrated and obese. I couldn’t stand it anymore and I realized if I didn’t adjust I had been likely to die. I needed more. I desired to be pleased, wholesome and stuffed with enjoy and everyday living. From that perspective, I began on my journey to vary how my mind believed and worked.
व्यक्ति गुस्से से झल्लाया, बोला – दिखाई नहीं देता क्या, मेरे कपडे नए है। अब तुम्हारें चक्कर में इसे खीचड़ से ख़राब करूँ क्या। इतना बेवकूफ समझा है मुझे, मुझे बड़ा काम करना website है, बड़ा आदमी बनना है, इतना कहते हुए व्यक्ति अपनी राह चला।
पहचान – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी
बेचारे व्यक्ति को एक फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई वह जोर-जोर से रोता व सर को पटकता हुआ घर की तरफ वापस लौटा – उसने समय की कीमत को नहीं समझा इसलिए उसे पछताना पड़ा
अकबर बीरबल की कहानियाँ
इसलिए छूआछूत का विरोध करे और इसे अपने जीवन से जड़ से उखाड़ फेंके.
अच्छी बात है, कुछ देर बैठो, मुझे एक व्यक्ति की ओर प्रतीक्षा है। उसने भी सत्संग के विसर्जन के बाद इसी प्रकार की इक्षा जताई थी, जो तुमने जताई है। परन्तु उसे अभी तक तो आ जाना चाहिए था, उसे भी मैने यही समय बताया था। (
राजू, जो पेड़ों पर चढ़ने के बारे में सब जानता था, एक पेड़ पर चढ़ गया और तेज़ी से ऊपर चढ़ गया। उसने विजय के बारे में नहीं सोचा। विजय को पता नहीं था कि पेड़ पर कैसे चढ़ना है।